G NEWSE 24/बाड़मेर/ जिले के पुलिस थाना शिव के अंतर्गत आने वाली भियाड़ चौकी से जुड़ा है पूरा मामला । भियाड़ चौकी के चौकी प्रभारी एएसआई हरिराम चौधरी व अन्य पुलिसकर्मियो पर एक दलित युवक के साथ मारपीट करने के गंभीर आरोप लगे है!
दलित युवक ने जिला पुलिस अधीक्षक बाडमेर दीपक भार्गव को मुकदमा दर्ज करवाने के लिए दी लिखित रिपोर्ट में बताया कि प्रार्थी प्रभुराम पुत्र श्री टीकमाराम जाति मेघवाल निवासी सवाईसिंह की बस्सी , पुलिस थाना शिव जिला बाड़मेर का निवासी है । दिनांक 20.8.2022 रात्रि को करीब 3:30 बजे के आसपास की घटना है कि मैं अपने घर से अपने रिश्तेदार फूफाजी के घर रात जागरी में मोटरसाईकील से जा रहा था ।
रातड़ी फांटा पर कर पेशाब करने के लिए रुका था तब पीछे से पुलिस की गाड़ी आई मुझे पूछा कौन है क्या जाति है तेरी मेंने ,अपना नाम व पता व जाति मेघवाल बताई तो पुलिस के दो कॉनिस्टेबल महिपालसिंह व ए . एस . आई . हरिराम व दो अन्य पुलिस कॉनिस्टेबल ने मुझे कहा कि मेघवालिया रात को कहा घूम रहा रहा है ।
मैंने कहा कि मैं अपने फूफाजी के यहां जागरी रात में जा रहा हु । तो पुलिस ने मुझे कहा कि तेरी शिव में टायर पिन्चर की दुकान है ना तो मैंने कहा कि नहीं मेरी कोई दुकान नहीं है । तब पुलिस द्वारा जबरदस्ती मेरे को जातिसूचक गालिया देते हुए मारना शुरू कर दिया मेरे चिल्लाने पर पुलिस वालों ने मेरे साथ ओर जोर से मारपीट करना शुरू कर दीया मेरे मुँह में मोबाईल डाल दिया मेरी मूछो को पकड़ कर खीच कर मुझ से कहा कि इतनी बढ़ी मूछे क्यों रखता है । और मुझे माँ बहिन की गालिया देकर पीटा ।
तो मैंने विनती की मुझे क्यों मार रहे हो मैंने कोई गलती नहीं की है । फिर इन लोगो मुझे उठाकर गाड़ी में डाल कर एएसआई हरीराम सहित चार लोग मुझे भीवाड चौकी लेकर आये और मेरे साथ दुबारा मारपीट की ।
मेरे बार - बार कहने पर मेरे परिवार को सूचित किया गया । उसके बाद मेरा भाई शंकराराम , स्वरूपाराम निवासी रातडी दोनो भियाड चोकी आये तथा हरीराम जी से बात करने पर मेरे भाई को मुझे घर ले जाने को कहा तो मैंने मेरे भाईयों से कहा कि पुलिस ने बिना कोई कारण मेरे साथ मारपीट की जिससे मेरे पूरे शरीर में अधिक दर्द हो रहा है । और अभी भी दर्द है मेरा मेडिकल जांच कराओ नहीं तो मैं घर नहीं चलूंगा ।
फिर पुलिस वाले मुझे हॉस्पिटल ले जाने के लिए तैयार हुए मैंने कहा कि मेरे भाई को साथ में लो तो पुलिस वालों ने इनकार कर दिया । मुझे अकेले को ही भियाड़ हॉस्पीटल लेकर गये । मेरी सही तरीके से जांच व ईलाज नहीं करवाया । फिर मुझे शिव थाने ले जाने के लिए लेकर रवाना हुए । तो रास्ते में मेरी तबियत खराब हुई और मुझे उल्टीया होने लगी तब पुलिस वालों के द्वारा हाथ से मुँह व गला दबा दिया । और मुझे कहा कि गाड़ी में उल्टी कर दी तो खेर नहीं है और पुलिस द्वारा मेरे साथ गाड़ी में फिर से मारपीट की जिससे फिर मेरी तबियत बिगड़ गई । उसके बाद मुझे पुलिस थाना शिव लेकर आये यहां पर पुलिस द्वारा थाना में मुझे गाड़ी से धक्का देकर गिराया और मेरे हाथ - पाँव बांधकर मेरी मूंछे पकड़कर उनको खीचकर अन्दर लेकर गये । मुझे नीचे गिराकर पुलिस वालों के द्वारा मेरे उपर कूद - कूद कर लातों से मारपीट की जिसकी वजह से मैं बेहोश हो गया । उसके बाद मेरा बड़ा भाई शंकराराम पुत्र टीकमाराम पुलिस थाने आया तब में बेहोश था | वह मुझे एम्बुलेंस में बाड़मेर लेकर आये यंहा पिछले दो दिन से ईलाज चल रहा है । मान्यवरजी से निवेदन है कि ऐसे आपराधिक प्रवृति के पुलिस अधिकारीयों के उपर उचित जांच कर कानूनी कार्यवाही की जाये ताकि आमजन में पुलिस का विश्वास बना रहे है । इस सम्पूर्ण घटनाक्रम में शिव थाने के पुलिस अधिकारी भी सम्मिलित है । उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर मुझ पीड़ित को न्याय दिलावे ।