जेल से भागे तीन कैदी, अपहरण और रैप जैसे संगीन मामलों में हैं दोषी (बांसवाड़ा)

Banswara: राजस्थान बांसवाड़ा जिला जेल से 3 कैदी फरार हो गए. 

जेल में तब हड़कंप मच गया तीनों कैदी के जेल से फरार होने की सूचना मिली इस मामले की सूचना पर एसपी भारी पुलिस बल के साथ जेल पहुंच कर घटना की जानकारी ली. एसपी खुद इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं. जिले के सभी थाना पुलिस और पड़ोसी जिलों की पुलिस को अलर्ट पर रखा हुआ है.

तीन कैदी जेल के कंबल की रस्सी का सहारा लेकर, और बैरक में सुराख कर फरार हो गए. इस मामले की जानकारी जिला जेल प्रशासन की ओर से पुलिस अधीक्षक को दी गई, जिस पर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार मीणा, डीएसपी सूर्यवीर सिंह राठौड़, कोतवाली थाना अधिकारी रतन सिंह चौहान मय जाब्ता जिला जेल पहुंचे. एसपी राजेश मीणा ने इस पूरी घटना की जानकारी ली. एसपी ने जिला जेल का निरीक्षण किया और जिस जगह से कैदी फरार हुए उस जगह का भी पूरी तरह से निरीक्षण किया.  जेल की दीवार को फांदकर फरार हुए हैं. एसपी ने जिले के सभी थाना अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा है और सभी थाना अधिकारी को इन तीनों आरोपियों के फोटो सर्कुलेट कर दिए हैं और पुलिस इन तीनों आरोपी की तलाश में जुटी है. वहीं, पड़ोसी जिले गुजरात, मध्यप्रदेश, उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ की पुलिस को भी इनके फोटो सेंड कर दिए गए है. वहां भी इनकी तलाश की जा रही है. जिला जेल से तीन कैदियों के भागने के मामले में जिला जेल की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. फरार कैदियों में परमेश डामोर और कमलेश भाबोर जो पाटन थाना पुलिस ने गिरफ्तार किए थे. वहीं, प्रवीण निनामा जिसने मोटा गांव थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वह तीनों कैदी जेल से फरार हुए हैं. एक कैदी चोरी एक कैदी अपहरण और एक कैदी रेप के मामले में आरोपी है. अब पुलिस इन तीनों की तलाश कर रही है.


एसपी राजेश कुमार मीणा ने बताया कि 3 कैदियों के भागने की सूचना मिली जिस पर जिला जेल पर हम पहुंचे हैं. हमने जिले के सभी थाना अधिकारियों को इन कैदियों के फोटो सर्कुलेट कर दिए हैं और इन तीनों कैदियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा. वहीं, जिला जेल से यह कैदी केसे फरार हुए इसकी भी मोटे तौर पर जांच की जा रही है.

 जेल के डिप्टी जेलर मान सिंह ने बताया कि जेल से 3 कैदी फरार हुए हैं. इसकी सूचना हमने उच्चाधिकारियों को भी तुरन्त दे दी है. एसपी खुद यहां मौके पर पहुंचे वह सम्पूर्ण मामले की जांच कर रहे हैं. अभी ठीक समय नहीं पता चल पाया है कि यह तीनों कब भागे, बाकी इन कैदियों ने बैरक में छेद किया और कंबल की रस्सी बनाकर यह दीवार फांद कर फरार हुए हैं.


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